विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओ में RPSC द्वारा पूंछे गए प्रशन
ताम्र नगरी सभ्यता कहलाती थी - आह्ड की सभ्यता |
कालीबंगा कंहा स्थित है - हनुमान गढ़ |
मोर्य सभ्यता के प्रमाण किस स्थान पर मिले है - विराटनगर जयपुर |
प्राक सिन्धु सभ्यता व् सिन्धु सभ्यता के अवशेष कहाँ से प्राप्त हुए है - कालीबंगा से
प्राचीन हड़प्पा स्तरों में एक ही खेत में साथ साथ दो फसलों को उगाने का साक्ष्य प्राप्त हुआ है - कालीबंगा से |
राजस्थान में बोद्ध संस्कृति के अवशेष कहाँ मिलते है - विराटनगर जयपुर |
राजस्थान में बोद्ध धर्म के मठ कहाँ मिले है - विराट नगर जयपुर |
राजस्थान का अभिलेखागार कहाँ स्थित है -बीकानेर |
अनाल्स एंड एंटीक्विटिस ऑफ़ राजस्थान किसने लिखी थी - कर्नल जेम्स टोड ने |
जेम्स टोड कहाँ के पोलिटिकल एजेंट थे - पश्चिमी राजस्थान स्टेट का |
1567-1568 इ में चित्तोड़ के मुग़ल घेरे के दोरान दो राजपूत सामंतों ने दुर्ग की रक्षा करते हुए अपने प्राण त्याग दिए - जयमल - पत्ता |
हल्दी घांटी युद्ध में एक मात्र मुस्लिम सरदार जो महाराणा प्रताप के साथ था - हाकिम खां सूरी |
1527 इ में महाराणा सांगा व् बाबर के मध्य खानवा का यूद्ध किस जिले में हुआ - भरतपुर |
महाराणा प्रताप को किसने अपनी संपत्ति प्रदान की - भामाशाह |
दिबेर के यूद्ध (अक्टू- 1582) के पश्चात महाराणा प्रताप की नै राजधानी क्या थी- चावंड|
मेवाड के इतिहास में किस सेविका ने राजकुमार को बचाने के लिए अपने बच्चे की कुरबानी दी - पन्नाधाय |
अजैयराज चोहान संस्थापक थे - अजमेर के |
महाराणा प्रताप का राज्याभिषेक कहाँ हुआ - गोगुन्दा में |
आदिवराह की उपाधि किस राजपूत शाशक ने धारण की - मिहिरभोज प्रथम (यह गुर्जर प्रतिहार वंश का था )|
यूद्ध भूमि में जाते समय अपने पति द्वारा निशानी मागने पर किस रानी ने अपना शीश काटकर भेंट कर दिया - हाडी रानी |
राजपूतों के किस वंश ने जयपुर पर शाशन किया - कच्छवाहा |
मेवाड़ प्रजामंडल की स्थापना किसने की - माणिक्य लाल वर्मा |
राजपूताना के किस राजघराने ने प्रजामंडल को संरक्षण दे रखा था - झालावाड |
राजस्थान के किस क्षेत्र ने कृषक आन्दोलन प्रारंभ करने में पहल की - मेवाड़ |
बिजोलिया किसान आन्दोलन के प्रणेता कोन थे - साधू सीताराम दास |
तलवार बंधाई क्या थी - नए जागीरदार की गद्दीनशीनी के समय उत्तराधिकारी के रूप में राज्य द्वारा लिया जाने वाला शुल्क |
राजस्थान के प्रत्येक राज्य में महकमा बकायत होता था जो - राज्ये के बकाया धन का भुगतान करता था |
राजस्थान दिवस मनाया जाता है - 30 मार्च|
मतस्य संघ का प्रशासन राजस्थान को हस्तांतरित करने का निर्णय लिया गया - सन 1949 में ( 15 मई 1949 को जब मत्स्य संघ का विलय संयक्त वृहत राजस्थान में किया गया |
राजपूताना के भोगोलिक क्षेत्र को राजस्थान नाम दिया गया - १ नवम्बर 1956
वृहत राजस्थान के प्रधान मंत्री थे - हीरालाल शास्त्री
कितनी रियासतों और ठिकानो के एकीकरण से राजस्थान क़ा निर्माण हुआ - 19 रियासते और ३ ठिकाने |
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